Introduction of Microsoft excel
एम एस एक्सेल माइक्रोसॉफ्ट Office Suite ( जिसमें एक से ज्यादा सॉफ्टवेयर एक साथ इनस्टॉल हो ) का ही एक पार्ट हैं। जिसे माइक्रोसॉफ्ट के द्वारा डवलप किया गया हैं। यह सबसे ज्यादा प्रयोग होने वाला स्प्रेडशीट एप्लीकेशन हैं। इसका स्प्रेडशीट का प्रयोग डाटा को एंटर करने, एडिट, स्टोर और एनालिसिस करने में बहुत उपयोगी होता हैं। Introduction of Microsoft excel
एक्सेल का प्रयोग संख्यात्मक डेटा के साथ अर्थमेटिक कैलक्युलेशन जैसे जोड़ना, घटाना, गुणा और भाग आदि कार्य किये जा सकते हैं।
एक्सेल में संख्यात्मक डेटा को ग्राफिकली देखने के लिए चार्ट का प्रयोग किया जाता हैं।
इनके अलावा एक्सेल में वित्तीय ( Financial ), अंकगणितीय ( Arithmetic ) और सांख्यिकी आंकड़े ( Statistics Data ) से रिलेटेड सूत्रों ( Formulas ) का प्रयोग भी किया जाता हैं।
स्प्रेडशीट वह स्थान जहाँ डेटा को रो और कॉलम (Tabular) के रूप में व्यवस्थित किया जाता हैं इसे इलेक्ट्रॉनिक वर्कशीट भी कहा जाता हैं।
- वर्कशीट में जबरो और कॉलम एक दूसरे को काटते है तो एक आयताकार शेप बनता हैं, इसे सेल कहा जाता हैं।
- एक्सेल में डेटा को सेल ( सेल को एक्सेल की सबसे छोटी यूनिट कहा जाता हैं ) में स्टोर किया जाता हैं।
- हर सेल का एक एड्रेस होता जिसे सेल एड्रेस कहते हैं।
- सेल एड्रेस को एल्फानुमेरिक वैल्यू से रिप्रेजेंट किया जाता हैं जैसे – A1 जिसे होम सेल के नाम से भी जाना जाता हैं।
- कॉलम को अल्फाबेट तथा रौ को नम्बर से रिप्रेजेंट किया जाता हैं।
- सेल एड्रेस का प्रयोग फार्मूला के द्वारा कैलकुलेशन करने के लिए किया जाता हैं।
- एक शीट में रौ की संख्या 1048576जो 1 से स्टार्ट व कॉलम की संख्या 16384जो A से स्टार्ट होती हैं।
एक्सेल की विशेषताएँ ( Feature of Ms Excel ) –
- चार्ट – एक्सेल में स्टोर डेटा का एनालिसिस करने या उसे अच्छे से समझने के लिए एक्सेल चार्ट विज़ार्ड प्रोवाइड करता हैं जिसके द्वारा चार्ट को आसानी से बनाया जा सकता हैं।
- फंक्शन – वर्कशीट में स्टोर डेटा पर कैलकुलेशन करने के लिए एक्सेल विभिन्न फंक्शन प्रोवाइड करता हैं जिससे कैलकुलेशन करना आसान हो जाता हैं।
- री-कैलकुलेशन – वर्कशीट में स्टोर डाटा पर कैलकुलेशन करने के लिए सेल में लगाए गए फॉर्मूला को बार-बार सेट करने की आवश्यकता नहीं होती हैं, वैल्यू में परिवर्तन होने पर कैलकुलेशन अपने आप हो जाती हैं।
- पिवोट टेबल – स्टोर जटिल डेटा का विश्लेषण करने के लिए पिवोट टेबल ऑप्शन का प्रयोग किया जाता हैं।
- डेटाबेस – एक्सेल में डेटा को स्टोर कर डेटाबेस की तरह प्रयोग में लिया जाता सकता हैं, और इस पर विभिन्न ऑपरेशन परफॉर्म किये जा सकते हैं।
- कंडीशनल फॉर्मेटिंग – इसके द्वारा स्टोर डेटा को किसी विशेष कंडीशन के आधार पर प्रदर्शित करवाया जा सकता हैं।
1 thought on “एम एस एक्सेल परिचय”
Comments are closed.